
रीवा. बेमौसम बारिश के चलते प्यास की फसल खराब हो रही है। विन्ध्य में बारिश की चेतावनी के बीच प्याज की खुदाई शुरू हो गई है। जिससे किसानों की प्याज की फसल को आधे से अधिक नुकसान है। केविके के कृषि वैज्ञानिक उद्यानिकी डॉ राजेश ङ्क्षसह के मुताबिक बारिश से प्याज के उत्पादन को 30-40 फीसदी का नुकसान हुआ है। वैज्ञानिक ने किसानों को सलाह दी है कि खेत में नमी सूखने के बाद प्याज की खुदाई करें जिससे नुकसान कम होगा।
सात हजार एकड में प्याज की बोवनी
जिले में 7 हजार एकड़ से ज्यादा एरिया में प्याज की बोनी की गई है। कृषि वैज्ञानिक के मुताबिक रीवा में प्याज का प्रति एकड़ में औसत 80-100 क्विंटल का उत्पादन है। किसानों ने बताया कि बारिश के पहले पचास फीसदी किसानों ने प्याज की खुदाई में सफल रहे। बीस फीसदी किसान बारिश के दौरान प्याज की खुदाई कर रहे थे, खेत में भीग गई। जिससे नुकान हो गया शेष किसान बारिश की चेतावनी के बीच प्याज की खुदाई शुरू कर दिया है। खेत में प्याज पकने के बाद समय से खुदाई नहीं होने के कारण बारिश में भीग गई, बारिश बीतने के बाद अब खुदाई के दौरान 30-40 प्रतिशत प्याज खराब निकल रही है।
केस--1
दो एकड़ खेत में 40 क्विंटल खराब हो गई प्याज
नईगढ़ी के देवरी सेंगरानी गांव निवासी किसान अमरजीत पटेल दो एकड प्याज की बोनी की है। खेत में दस दिन पहले ही प्याज पक गई थी। तत्कालीन समय खुदाई के दौरान कई दिनों तक रह-रहकर बारिश होने लगी। जिससे प्याज की खुदाई प्रभावित हो गई। अब खेत में नमी है, खुदाई के दौरान तीस फीसदी प्याज खराब निकल रही है। करीब 40 क्विंटल प्याज खराब हो गई है।
केस-2
किसान की 90 क्विंटल सड गई प्याज
किसान यदुवंश मिश्रा ने बताया कि देवतालाब में दो तीन एकड एरिया में प्याज की खेती की गई है, बारिश के दौरान 90 क्विंटल प्याज खराब हो गई। प्राकृतिक आपदा से किसान की फसल बर्बाद हुई है। इस तरह से नईगढ़ी, देवतालाब, मउगंज एरिया में कई किसान प्रभावित हुए हैं।

from Patrika : India's Leading Hindi News Portal https://ift.tt/34kBZv0
https://ift.tt/2ThGAfj
No comments
Post a Comment