
रीवा। आनलाइन ठगी का रुपए ऐंठने वाले बदमाशों के मंसूबों पर पुलिस ने पानी फेर दिया। फ्राड कर खाते में ट्रांसफर करवाए गए रुपए पुलिस ने वापस करवाए है। समान थाने के चौरसिया धर्मकांटा के समीप रहने वाली सुषमा कुशवाहा ठगी का शिकार हुई थी।
भाई के मोबाइल पर आया था फोन
उनके भाई के मोबाइल पर एक व्यक्ति ने फोन कर अपने दोस्त को रुपए भेजने की जानकारी देकर अपने किसी परिचित का फोन पे देने की बात कही ताकि वह रुपए डाल सके। उसके नापाक इरादों से बेखबर पीडि़त ने अपनी बहन का फोन पे नम्बर दे दिया। आरोपी ने सबसे पहले उनके खाते में दस रुपए डाले जो आसानी से पहुंच गए। उसने एक लिंक महिला को भेजी जिसके क्लिक करते ही उनके खाते से रुपए ट्रांसफर होने लगे। सात बार में उनके खाते से अस्सी हजार रुपए निकल गए। खाते से रुपए निकलने पर पीडि़ता के होश उड़ गए। उन्होंने तुरंत समान थाने में पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई।
प्रधान आरक्षक ने दिखाई सक्रियता
प्रधान आरक्षक विनोद तिवारी ने तत्काल ट्रांसफर रुपए की जानकारी निकलवाई तो वह एयरटेल पेमेंट बैंक के खाते में ट्रांसफर हुए थे। उन्होंने बैंक से संपर्क करके खाते को होल्ड करवा दिया जिससे आरोपी उन रुपयों को निकाल नहीं पाया। पुलिस ने बैंक को पत्र लिखा जिस पर बैंक ने बीस दिन बाद बुधवार को रुपए पीडि़ता के खाते में वापस ट्रांसफर कर दिये। रुपए वापस मिलने के बाद पीडि़ता ने राहत की सांस ली। उन्होंने थाने पहुंचकर पुलिस का आभार जताया।
अनजान आदमी द्वारा भेजी गई लिंक को न करे स्वीकार
इस संबध मेंं थाना प्रभारी सुनील कुमार गुप्ता ने बताया कि किसी अनजान व्यक्ति द्वारा भेजी गई लिंक को किसी कीमत पर स्वीकार न करे। वह लिंक के माध्यम से अपने खाते की पूरी जानकारी प्राप्त कर सकता है और खाते से रुपए निकाल सकता है। ऐसी शिकायतें आए दिन सामने आती है। कई बार लोगों के रुपए वापस भी मिल जाते है लेकिन कई ऐसे लोग भी होते है जिनके खाते ठगों के हांथ लग जाते है। उन्होंने कहा कि सभी लोग अपने मोबाइल, एकाऊंट सहित अन्य तरह की पर्सनल जानकारी किसी अनजान व्यक्ति को किसी कीमत पर स्वीकार न करें।
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