Responsive Ad Slot

Latest

latest

मध्य प्रदेश सरकार ने 'गरीब' शराबियों का रखा ख्याल, राज्य में अब 90 एमएल के पैक में बिकेगी देसी शराब प्रदेश की जनता कोई बिना शराब पिये ना रहे।

Sunday, May 16, 2021

/ by REWA TIMES NOW
Rewa Times Now

मध्य प्रदेश सरकार की चालू वित्त वर्ष की नवीन आबकारी व्यवस्था के तहत 90 मिलीलीटर की शीशी में भी देसी मदिरा की सप्लाई की जाएगी ताकि कम पैसे वाले भी सरकारी दुकान से मदिरा खरीदें। फैसले के पीछे शिवराज सरकार की दलील है कि सस्ती शराब की लालच में जहरीली शराब के सेवन के खतरों से लोगों को बचाना है।

 मैहर से समाजसेवी विष्णु नाथ पांडेय जी ने कहा कि असलियत तो यह है कि शराब ठेकेदार शिवराज सरकार वा मंत्रियों को गुमराह कर अपना व्यापार बढ़ाने के साथ साथ प्रदेश की जनता को नसेडी बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ने को तैयार है अगर सरकार को शराब का व्यापार बढ़ाकर अपने प्रदेश की जनता को कहा लेकर जाने वाली है उसे मै खुद चुटकियां लेते हुए ध्यान आकर्षण कराउगा राज्य के एक आला अधिकारी ने शनिवार को बताया कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में शुक्रवार को हुई मंत्रिपरिषद की बैठक में अनुमोदित नवीन आबकारी व्यवस्था में इसका प्रावधान किया है।

शराब की कीमत क्या होगी सरकार की जुबानी

इसमें कहा गया है, ''90 मिलीलीटर की धारिता (पैकिंग) में भी देसी मदिरा का वितरण किया जाए।  शुरू में उत्पादन का कम से कम 10 प्रतिशत 90 मिलीलीटर की पैकिंग में भरना अनिवार्य किया गया है। बाद में मांग के अनुरूप यह अनुपात कम ज्यादा किया जा सकेगा।  इस पैक का अधिकतम खुदरा मूल्य (एमआरपी) 180 मिलीलीटर की बोतल का आधा रखा जाए। मध्य प्रदेश आबकारी आयुक्त राजीव दुबे ने बताया, ''कोरोना कर्फ्यू के कारण शराब की दुकानें बंद रहने से प्रतिदिन करीब 32 करोड़ रूपये का बिजनेस प्रभावित हो रहा है।  मालूम हो कि प्रदेश में 20 अप्रैल से कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है।

सरकार की दलील 90 मिलीलीटर की शीशी में केवल अंग्रेजी शराब


वर्तमान में 90 मिलीलीटर की शीशी में भारत में बनी हुई अंग्रेजी शराब ही बेची जाती है। आम बोल चाल में इस पैक को बच्चा या पिल्ला बोला जाता है।  सरकार ने 90 मिलीलीटर की बोतल में देसी शराब को पीने के लिए प्रदेश की आम जनता को कोई तकलीफ ना हो जिससे नए युवाओ की भी लत लगाने में कमी ना होने पाए। सरकार ने शराब की सप्लाई का निर्णय ऐसे समय किया है जब करोना महामारी भयावह रूप में पूरे प्रदेश में मानव जीवन में काल बनी हुई वा सरकार ने हाल है में हुई घटना का जिक्र करते हुए कहा कि उज्जैन एवं मुरैना जिलों में गत अक्टूबर से जनवरी के बीच तक 38 लोगों की सस्ती जहरीली शराब पीने से मौत हो गई थी। इनमें से अधिकांश बेघर लोग एवं भिखारी थे। समाजसेवी विष्णुनाथ पांडेय ने बातो ही बातो में चुटकियां लेते हुए कहा कि प्रदेश सरकार की नजर अब पूरे प्रदेश की जनता को बेघर वा भिखारी बनाने की तरफ अंदर ही अंदर कार्य को प्रगति के साथ काम किया जा रहा हैं जो धीरे धीरे निकलकर सामने आ रही हैं वैसे ही मध्यप्रदेश में शिक्षा छेत्र में पूरीतरह नष्ट कर दिया है पहली कक्षा से लेकर आठवीं तक कोई फेल नहीं होगा तो बच्चो की जो मुख्य नीव है पहली से आठवीं तक की पढ़ाई का उससे बच्चे ज्ञान अर्जित कर आगे की पढ़ाई (शिक्षा) में मजबूती के साथ आगे बढ़ते थे।अब सरकार शराब कारोबार को बढ़ावा देकर सच सामने रख ही दिया है कि प्रदेश की जनता जल्दी से जल्दी बेघर वा भिखारी बने जिसका जीता जागता उदाहरण देशी शराब का 90 एम एल पैक का नया वर्जन अब वो दिन ज्यादा दूर नहीं रहेंगे जब प्रदेश की जनता जल्द ही अल्ला अल्ला दे दे मुझको दान तुझको ईश्वर रक्खे के गीत शहर शहर गांव गांव भारी मात्रा में सुनाई देगे वहीं छोटे वा बड़े अपराधों में भी बृद्धी होगी।

No comments

Post a Comment

Don't Miss
© all rights reserved
made with by templateszoo