मुख्यमंत्री ने मजदूरों से कहा- अपने भाई से गुस्सा तो नहीं हो,कर्फ्यू नहीं लगाता तो संक्रमण नहीं रुकता।
11 लाख 28 हजार श्रमिकों के खाते में डाले एक-एक हजार रुपये
भोपाल
कोरोना की वजह से कामकाज ठप पड़ने के कारण आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे 11.28 लाख निर्माण मजदूरों को सरकार ने एक-एक हजार रुपये की सहायता दी मंगलवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 सहायता योजना के तहत 112.81 करोड़ रुपये मजदूरों के खाते में ऑनलाइन जमा कराए। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने मजदूरों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करते हुए कहा कि पाबंदियां लगाने पर अपने भाई से गुस्सा तो नहीं हो, कर्फ्यू नहीं लगाता तो संक्रमण नियंत्रित नहीं होता। मजदूरों ने कहा- गुस्सा किस बात का। संक्रमण रोकने के लिए यह तो जरूरी था।
मुख्यमंत्री ने मजदूरों को बताया कि एक जून से धीरे-धीरे कोरोना कर्फ्यू समाप्त किया जाएगा स्थानीय स्तर पर आपदा प्रबंधन समितियां निर्णय लेंगी ऐसे में अपने गांव-शहर की कोरोना से आपको खुद सुरक्षा करना पड़ेगी। मास्क लगाना, दूरी बनाना है और भीड़ इकट्ठी नहीं करना है। बार-बार हाथ धोने हैं और टीकाकरण कराना है। हम सावधानी से कोरोना से लड़ते रहेंगे और कामकाज करते रहेंगे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोरोना का इलाज मुफ्त किया जा रहा है आयुष्मान कार्डधारी और उसका परिवार साल में पांच लाख रुपये तक का इलाज निजी अस्पताल में करा सकेंगे प्रदेश में मरीजों को दूसरी सुविधाएं भी दी जा रही हैं उन्होंने कहा कि सरकार संकट के समय पूरी तरह से आपके साथ है आपका भाई आपके साथ है मुख्यमंत्री ने इंदौर की शशि वर्मा,मंडला की गिरिजा वनवासी,भिंड के श्रीप्रसाद राठौर,सीहोर की लता मालवीय सहित टीकमगढ़ के मजदूरों से भी बात की।
पांच माह का निशुल्क राशन
मुख्यमंत्री ने बताया कि निर्माण मजदूर सहित गरीबों को प्रति सदस्य पांच किलो के मान से पांच माह का राशन निशुल्क दिया जा रहा है। इसमें तीन माह का राशन राज्य सरकार और दो माह का केंद्र सरकार दे रही है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि राशन प्रत्येक गरीब को मिल जाए।
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