17 मई से प्रदेश के कई जिलाें में तेज हवाएं चलेंगी
{ भाेपाल }
मध्यप्रदेश और उसके आसपास बने वेदर सिस्टम के कारण वातावरण में नमी आने का सिलसिला बरकरार है। जिसके चलते प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र के जिलाें में गरज-चमक के साथ बरसात का सिलसिला जारी है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटाें के दौरान दतिया में 9.2, सतना में 5.2 दमाेह, रीवा में 2.0, उमरिया में 1.2, नौगांव में 1.0, खजुराहाे, सागर में 0.2 मिलीमीटर बारिश हुई। मौसम विज्ञानियाें के मुताबिक मौसम का इस तरह का मिजाज अभी इसी तरह बना रहने के आसार हैं। उधर अरब सागर में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बन गया है। इसके शुक्रवार काे कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हाेने के बाद चक्रवाती तूफान बनने की संभावना है। इसका असर 16 मई से मप्र में भी नजर आ सकता है। जिसके चलते 17 मई से प्रदेश के कई जिलाें में तेज हवाएं चलेंगी। साथ हर 18-19 मई काे कई स्थानाें पर बरसात हाे सकती है।
मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के मुताबिक बुधवार काे राजधानी का अधिकतम तापमान 40.7 डिग्रीसेल्सियस दर्ज किया गया। जाे कि सामान्य रहा। न्यूनतम तापमान 23.4 डिग्रीसे. रिकार्ड किया गया। यह सामान्य से तीन डिग्रीसे. कम रहा।
मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षाेभ पाकिस्तान पर सक्रिय है। पाकिस्तान और उससे लगे राजस्थान पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। दक्षिण-पूर्वी मप्र पर एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस चक्रवात से लेकर केरल तक एक द्राेणिका लाइन (ट्रफ) बनी हुई है। पंजाब पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना है। इस चक्रवात से लेकर असम तक एक ट्रफ बना हुआ है। इन छह वेदर सिस्टम के कारण प्रदेश के पूर्वी और उत्तरी क्षेत्र के जिलाें में रूक-रूक कर बारिश हाे रही है। गुरूवार काे भी रीवा, सागर, ग्वालियर, चंबल संभाग के जिलाें में बरसात हाेने की संभावना है। उधर वर्तमान में अरब सागर में एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। इस सिस्टम के 14 मई काे कम दबाव के क्षेत्र में तब्दील हाेने की संभावना है। 16 मई काे यह सिस्टम चक्रवाती तूफान में बदलकर आगे बढ़ सकता है। इसके प्रभाव से 18-19 मई काे प्रदेश में तेज रफ्तार से हवाएं चलने के साथ कहीं-कहीं बरसात भी हाेने के आसार हैं
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