चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के अंतर्गत स्नातक के छात्रों को विकल्प मिलेगा।
जबलपुर
नई शिक्षा पद्धति (एनईपी 2020) के अनुसार विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र अब एनसीसी को ऐच्छिक विषय के रूप में चुन सकेंगे। चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम (सीबीसीएस) के अंतर्गत स्नातक के छात्रों को यह विकल्प मिलेगा। एनसीसी ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर एसके चिकारा व वन एमपी आर्टी रेजीमेंट कर्नल मनीष कुमार ने बताया कि नई शिक्षा नीति के अंतर्गत सभी विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के छात्र अब एनसीसी को वैकल्पिक विषय के तौर पर ले सकेंगे। कर्नल मनीष कुमार ने बताया कि नई शिक्षा पद्धति के अंतर्गत विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली ने देश के सभी विश्वविद्यालयों को एनसीसी एक सामान्य केडिट कोर्स के रूप में लागू करने के निर्देश दिए हैं।
कर्नल मनीष ने बताया कि इस पद्धति के अंतर्गत एनसीसी विषय को छह सेमेस्टर में 24 क्रेडिट प्वॉइंट विभाजित किया गया है। इस संबंध में लाकडाउन के बाद एनसीसी अधिकारी जबलपुर विश्वविद्यालय व महाविद्यालय के कुलपति से मिलकर एनसीसी को इलेक्टिव सब्जेक्ट के तौर पर शामिल करने के लिए बात करेंगे। जिससे ज्यादा से ज्यादा छात्रों को लाभ मिल सके।
बढ़ेंगे रोजगार के अवसर: इस नई पहल से एनसीसी के विद्यार्थी बी और सी सर्टिफिकेट प्राप्त करने के साथ ही अब उच्च प्रशिक्षण के लिए अकादमिक क्रेडिट भी प्राप्त कर सकेंगे, साथ ही केन्द्रीय और राज्य सरकार की रोजगार प्रोत्साहन योजनाओं में भी अतिरिक्त लाभ प्राप्त करने के पात्र हो सकेंगे निजी क्षेत्रों में भी रोजगार के अवसरों में वृद्धि होगी डिग्री के साथ बोनस अंक भी मिलेंगे एनसीसी को पाठ्यक्रम के रूप में पढ़ाया जाएगा। इस नए पाठ्यक्रम को यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार छह सेमेस्टर और 24 क्रेडिट प्वाइंट में विभाजित किया गया है। यह कोर्स नई शिक्षा नीति के अनुरूप है, जिससे एनसीसी के छात्रों को भविष्य में भी लगातार बेहतर रोजगार के अवसर उपलब्ध होते रहेंगे।
यह होंगे फायदे : इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स सिद्धांत और व्यवहार आधारित है। सैन्य इतिहास पढ़ने के साथ शिविरों के माध्यम से छात्र मानचित्र और आंकलन, फील्डक्राफ्ट, युद्ध कौशल, हथियार प्रशिक्षण आदि प्राप्त कर सकेंगे, शारीरिक दक्षता विकसित करने के साथ आपदा प्रबंधन व राष्ट्रीय सुरक्षा प्रबंधन भी सीख सकेंगे। इससे युवाओं को सैन्य संगठनों में रोजगार प्राप्त करने में आसानी होगी। निर्णय कौशल व समस्याओं का प्रभावी समाधान भी सिखाया जाएगा। जनरल इलेक्टिव क्रेडिट कोर्स से युवाओं के पास सुरक्षा प्रबंधन के क्षेत्र में कुशल अनुभव के साथ डिग्री योग्यता भी होगी, जिससे निजी सुरक्षा कंपनियों में भी रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकेंगे
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