सीएम के पहुंचने से पहले अफसरों के पैर पकड़ कर की मिन्नतें
इंदौर
सीएम के पहुंचने से पहले कलेक्टर आफिस कुछ युवक ब्लैक फंगस के इंजेक्शन मांगने पहुंचे इंजेक्शन की गुहार लगाने पहुंचे मरीज के परिजन युवक ने इंजेक्शन दिलवाने के लिए एसडीएम अंशुल जैन के पैर भी पकड़े। एसडीएम अंशुल खरे ने युवकाें को समझाया और सीएमएचओ से बात कर उन्हें रवाना किया। वहा पहुंचे एक युवक ने बताया कि उनके पिता की जान खतरे में है अौर हमें दस्तावेज की फार्मेलिटी के लिए आफिस से दूसरे आफिस चक्कर काटना पड़ रहा है।
देवगुराड़िया के परमविहार कालोनी में रहने वाले विकास जाट के मुताबिक मेरी मौसी उषा कौरव बारोड़ हास्पिटल में भर्ती है और उन्हें ब्लैक फंगस का संक्रमण है। ईएनटी सर्जन ने उनका आपरेशन कर दिया और अभी वो आईसीयू में है। उन्हें कोविड संक्रमण भी 52 प्रतिशत तक था। उन्हें एंटी फंगल इंजेक्शन की जरुरत है लेकिन इंजेक्शन के लिए हमें भटकना पड़ रहा है। इंजेक्शन के लिए पिछले तीन से मेडिकल कालेज, ड्रग इंस्पेक्टर व सीएमएचओ आफिस के चक्कर काट रहे हैंं।
जब हमने इंजेक्शन के लिए निर्धारित कागज एकत्र किए तो पता चला कि सरकार ने अस्पताल को सीधे इंजेक्शन देने की व्यवस्था की है। हमें बताया गया कि इंजेक्शन चाहिए तो सीएमएचओ आफिस या कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। विकास भी शुक्रवार को सीएम के इंदौर पहुंचने पर कलेक्टर कार्यालय इंजेक्शन की गुहार लगाने पहुंचे थे। शुक्रवार को मेडिकल कालेज से डीन के हस्ताक्षर का पर्चा मिला है, उसे लेकर अब निर्धारित तीन दवा दुकानदारों के पास इंजेक्शन लेने के लिए पहुंचे।
अस्पताल में भर्ती पति के लिए इंजेक्शन लेने कलेक्टर कार्यालय पहुंची महिला
समाजवादी इंदिरा नगर में रहने वाली पदमा जैन अपने पति नितिन जैन के लिए एंटी फंगल इंजेक्श न मिलने से परेशान हो कलेक्टर आफिस सीएम से मिलने पहुंची। उनके 44 वर्षीय पति नितिन जैन 10 मई से ब्लैक फंगस संक्रमण के कारण अरबिंदो अस्पताल में भर्ती है नितिन के भाई संदीप जैन के मुताबिक बाहर से उन्हें 10 एंटी फंगल इंजेक्शन लाकर लगाए जा चुके है। अभी भी 70 से ज्यादा इंजेक्शन की जरुरत है लेकिन इंजेक्शन अभी उपलब्ध नहीं हो पा रहा है।कलेक्टर आफिस से हमें यह कहकर भेजा गया कि मेडिकल कालेज डीन के पास पहुंचने से इंजेक्शन की व्यवस्था हो जाएगी लेकिन मेडिकल कालेज में घंटो खड़े रहने के बाद भी डीन से मुलाकात नहीं हुई
No comments
Post a Comment